सीबीआई ने बिहार में NEET-UG पेपर लीक मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया
बड़ी सफलता: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने NEET-UG पेपर लीक मामले में बिहार में अपनी पहली गिरफ्तारी की है। लीक में कथित संलिप्तता के लिए मनीष कुमार और आशुतोष नामक दो व्यक्तियों को पटना में हिरासत में लिया गया है।
उन्होंने क्या किया?: सूत्रों के अनुसार, मनीष कुमार ने कथित तौर पर एक खाली स्कूल परिसर उपलब्ध कराया, जहाँ लगभग दो दर्जन छात्रों को लीक पेपर याद करने के लिए दिया गया था। दूसरी ओर, आशुतोष ने कथित तौर पर छात्रों को अपने आवास पर रहने की व्यवस्था की। लीक में दोनों की भूमिका की आगे की जाँच की जा रही है।
सीबीआई जाँच: सीबीआई ने गुरुवार को दोनों लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया था, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। यह कदम एजेंसी द्वारा मामले में छह प्राथमिकी दर्ज करने के बाद उठाया गया है, जिसमें से पहली प्राथमिकी रविवार को दर्ज की गई थी। सीबीआई लीक की जाँच कर रही है और मामले के संबंध में कई व्यक्तियों से पूछताछ कर रही है।
पिछली गिरफ़्तारियाँ: सीबीआई की गिरफ़्तारियों से पहले, पुलिस ने बिहार, महाराष्ट्र और दिल्ली में कई लोगों को हिरासत में लिया था। इसमें एक अभ्यर्थी भी शामिल है, जिसने दावा किया था कि उसे परीक्षा से एक दिन पहले प्रश्नपत्र की एक प्रति मिली थी। पुलिस लीक की जाँच कर रही है और मामले के सिलसिले में कई लोगों को गिरफ़्तार किया है।
NEET-UG परीक्षा: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित NEET-UG 2024 परीक्षा 5 मई को आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में लगभग 24 लाख छात्र शामिल हुए थे, जो स्नातक चिकित्सा पाठ्यक्रमों के लिए एक शर्त है। हालाँकि, प्रश्नपत्र लीक होने और 1,500 से अधिक छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए जाने के आरोपों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट सहित कई अदालतों में मामले दर्ज किए गए।
CBI Makes First Arrests In Bihar In NEET-UG Paper Leak Case https://t.co/oSDjmcnKcF @prabhakarjourno reports pic.twitter.com/czMH8E9GTB
— NDTV (@ndtv) June 27, 2024
राजनीतिक विवाद: यह मुद्दा राजनीतिक विवाद भी बन गया है, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को संसद के संयुक्त सत्र में अपने भाषण में इस पर बात की। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार निष्पक्ष जाँच के लिए प्रतिबद्ध है और दोषियों को कड़ी सज़ा दी जाएगी। हालांकि, विपक्ष ने इस मुद्दे से निपटने के सरकार के तरीके पर आपत्ति जताई है, और भारत ब्लॉक मौजूदा सत्र के दौरान संसद में सरकार को घेरने के लिए कमर कस रहा है।
छात्रों पर प्रभाव: लीक ने छात्रों और अभिभावकों के बीच व्यापक चिंता पैदा कर दी है, जो निष्पक्ष जांच और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। सरकार ने आश्वासन दिया है कि वह परीक्षा प्रक्रिया की अखंडता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है और दोषी पाए जाने वालों को दंडित किया जाएगा।
यह संस्करण अधिक विवरण और स्पष्टीकरण प्रदान करता है, जिससे मामले में शामिल जटिल मुद्दों को समझना आसान हो जाता है।
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